डैनी डेंजोंगपा का जीवन परिचय, पारिवारिक पृष्ठभूमि, और बॉलीवुड सफलता(Biography of Danny Denzongpa)
डैनी का संक्षिप्त परिचय(Danny’s Brief Introduction)
डैनी डेंजोंगपा हिंदी फिल्म जगत में बतौर खलनायक एक खास पहचान रखते हैं। बहुत कम लोग जानते हैं कि डैनी डेंजोंगपा एक बहुत अच्छे गायक भी हैं। आशा भोंसले के साथ उन्होंने “सुनो सुनो कसम से”, मोहम्मद रफ़ी और आशा भोंसले के साथ डूइट सॉन्ग “मुझे दोस्तों तुम गले लगा लो” किशोर कुमार के साथ “बोतल खाली होने तो दो” गीत गाए। डैनी ने वर्ष 1971 में हिंदी फिल्मों में पदार्पण किया। तब से लेकर अब तक वह 210 फिल्मों से ज्यादा में काम कर चुके हैं। भारत सरकार उन्हें वर्ष 2003 में हिंदी फिल्मों में उनके योगदान के लिए पद्मश्री के पुरस्कार से भी सम्मानित कर चुकी है। इतना ही नहीं डैनी फिल्म निर्देशक और व्यवसायी भी हैं।
डैनी का जीवन परिचय और उनकी पारिवारिक पृष्ठभूमि(Danny’s biography and family background)
डैनी का जन्म 25 फरवरी 1948 को सिक्किम राज्य के युक्सोम शहर में हुआ। यह एक बुद्ध परिवार से संबंध रखते हैं। डैनी के माता – पिता के बारे में अधिक जानकारी तो उपलब्ध नहीं है परन्तु इतना ज्ञात है कि जब 1960 के दशक में भारत-चीन युद्ध हुआ तो युद्ध के परिणाम को देखकर भारतीय सेना में जाने की जगह अभिनय और कला के क्षेत्र में अपना भविष्य बनाने का परामर्श इनकी माता ने ही दिया। क्योंकि इनकी माता को पता था कि डैनी बचपन से ही भारतीय सेना में काम करने के इच्छुक थे।
डैनी की शैक्षणिक योग्यता(Danny’s Educational Qualification)
डैनी की प्रारंभिक शिक्षा बिरला विद्या मंदिर नैनीताल से हुई। कॉलेज शिक्षा प्राप्त करने के पश्चात उन्होंने सेंट जोसेफ कॉलेज दार्जिलिंग से स्नातक की उपाधि प्राप्त की। अपनी शिक्षा पूरी करने के पश्चात और फिल्मों में आने से पहले उन्होंने भारतीय फिल्म और टेलिविज़न संस्थान एफटीआईआई पुणे से अभिनय का कोर्स पूरा किया। डेनी पश्चिम बंगाल के द्वारा बेस्ट कैडेट पुरस्कार भी प्राप्त कर चुके हैं। एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने बताया कि आर्म्ड फोर्सज मेडिकल कॉलेज पुणे में उनका दाखिला हो चुका था परंतु जब उनकी माता ने उनको अभिनय और कला के क्षेत्र में भविष्य बनाने की सलाह दी तो उन्होंने वहां से अपनी अर्जी वापस ले ली और फिल्म और टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एफटीआईआई) में दाखिला ले लिया।
डैनी की व्यक्तिगत जानकारी(Danny’s Personal Information)
वास्तविक नाम | शेरिंग फ़िन्टसो डैनज़ोंगपा |
उपनाम | डैनी |
डैनी का जन्मदिन | 24 फरवरी 1948 |
डैनी का जन्म स्थान | युकसोम, सिक्किम भारत |
डैनी का मूल निवास स्थान | युकसोम, सिक्किम भारत |
डैनी के घर का पता | बंगला, जूहू, मुम्बई भारत |
डैनी की राष्ट्रीयता | भारतीय |
डैनी की शैक्षणिक योग्यता | अभिनय में डिप्लोमा |
डैनी के स्कूल का नाम | बिरला विद्या मंदिर, नैनीताल |
डैनी के कॉलेज का नाम | सेंट जोसेफ कॉलेज दार्जिलिंग भारतीय फिल्म और टेलिविज़न संस्थान एफडीआईआई पुणे |
डैनी का धर्म | बुद्ध |
डैनी का व्यवसाय | अभिनेता फिल्म निर्देशक और व्यवसाय |
डैनी की प्रति फिल्म आय | 1 करोड़ रुपए के लगभग |
डैनी की कुल संपत्ति | 235 करोड रुपए के लगभग |
डैनी की वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
डैनी की वैवाहिक तिथि | वर्ष 1990 |
डैनी की शारीरिक संरचना(Danny’s body composition)
डैनी की लंबाई | 5 फुट 10 इंच |
डैनी का वजन | 75 किलोग्राम |
डैनी का शारीरिक माप | छाती 41 इंच, कमर 34 इंच, बाइसेप्स 12 इंच |
डैनी की आंखों का रंग | काला |
डैनी के बालों का रंग | काला |
डैनी का परिवार(Danny’s family)
डैनी के पिता का नाम | ज्ञात नहीं |
डैनी की माता का नाम | ज्ञात नहीं |
डैनी के भाई बहनों का नाम | ज्ञात नहीं |
डैनी की पत्नी का नाम | गावा डेंजोंगपा( सिक्किम की पूर्व राजकुमारी) |
डैनी के बेटे का नाम | रिनजिंग डेंजोंगपा |
डैनी की बेटी का नाम | पेमा डेंजोंगपा |
डैनी का हिंदी फिल्मों में संघर्ष(Danny’s struggle in Hindi films)
क्योंकि डैनी डेंजोंगपा मूल रूप से हिंदी भाषी नहीं थे, इसलिए उनको डायलॉग बोलने में बहुत समस्या का सामना करना पड़ता था। जिस समय वह एफटीआईआई से अभिनय का कोर्स कर रहे थे उसी समय जया बच्चन भी वहीं से अभिनय का कोर्स कर रही थी। डैनी का वास्तविक नाम उच्चारण के अनुसार बहुत कठिन था। इसलिए जया बच्चन ने ही उनको यह परामर्श दीया की उन्हें अपना नाम छोटा करना चाहिए ताकि कोई भी उस नाम को याद रख सके और पुकार सके। उन्होंने ही डैनी डेंजोंगपा का नाम डैनी किया। मूल रूप से सिक्किम से होने के कारण उनके चेहरे की बनावट थी जो उस समय के हीरो के अनुसार नहीं थी। उस समय के निर्देशक उनके लिए नौकर की भूमिका ही उपयुक्त समझते थे। एक प्रोड्यूसर मोहन कुमार ने तो उनसे यहां तक कह दिया था कि यदि कोई उनको फिल्म इंडस्ट्री में हीरो बना दे तो वह खुद अपना नाम बदल लेंगे।
डैनी डेंजोंगपा का बॉलीवुड में पदार्पण(Danny Denzongpa’s Bollywood Debut)
डैनी डेंजोंगपा ने वर्ष 1971 में बीआर इशारा की फिल्म जरूरत से बॉलीवुड में पदार्पण किया परंतु यह फिल्म 1972 में रिलीज हुई। इस फिल्म से तो उन्हें कोई पहचान नहीं मिली परंतु 1971 में ही उनकी दूसरी फिल्म मेरे अपने और 1973 के फिल्म धुंध से वह सुर्खियों में आ गए। पहले तो उनको फिल्मों में छोटे-छोटे रोल ही मिला करते थे परंतु जब उनकी फिल्में चोर मचाए शोर, 36 घंटे, कालीचरण, काला सोना, देवता हिट हुई तो उनको फिल्मों में लंबे और मुख्य किरदार वाले रोल मिलने लगे।
धीरे-धीरे उनको बड़े बजट की फिल्मों में काम मिलने लगा और फिल्मों में वह बतौर खलनायक आने लगे। एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने बताया कि वह लगातार खलनायक वाली भूमिका निभाते से निभाते बहुत परेशान हो गए थे और कुछ समय के लिए उन्होंने फिल्म कहना छोड़ भी दिया था। जब डैनी को उनके मन अनुसार फिल्मी नहीं मिली तो उन्होंने अपनी आयु से अधिक वाले किरदार निभाने शुरू कर दिए जैसे कि वर्ष 1981 में आई फिल्म लव स्टोरी में उन्होंने कुमार गौरव के ससुर का किरदार निभाया और वर्ष 1984 में आई फिल्म बॉक्सर में मिथुन चक्रवर्ती के पिता का किरदार निभाया ।
1980 और 1990 के दशक में डैनी डेंजोंगपा ने उस दौर के सभी मशहूर अभिनेताओं के साथ काम किया जैसे कि राजेश खन्ना, धर्मेंद्र, जितेंद्र, मिथुन चक्रवर्ती, विनोद खन्ना अनिल कपूर, सनी देओल आदि
डैनी की सुपरहिट फिल्मों की सूची(Danny’s superhit movies list)
फिल्म का नाम | वर्ष | फिल्म का नाम | वर्ष |
धुंध | 1973 | खोटे सिक्के | 1974 |
36 घंटे | 1974 | काला सोना | 1975 |
कालीचरण | 1976 | लैला मजनू | 1976 |
आशिक हूं बहारों का | 1977 | देवता | 1978 |
द बर्निंग ट्रेन | 1980 | लव स्टोरी | 1981 |
अंधा कानून | 1983 | हमसे है जमाना | 1983 |
मुझे इंसाफ चाहिए | 1983 | अंदर बाहर | 1984 |
प्यार झुकता नहीं | 1985 | भगवान दादा | 1986 |
दीवाना तेरे नाम का | 1987 | जीते हैं शान से | 1987 |
यतीम | 1988 | अग्नीपथ | 1990 |
शेषनाग | 1990 | सनम बेवफा | 1991 |
खुदा गवाह | 1992 | बलवान | 1992 |
बरसात | 1995 | घातक | 1996 |
चाइना गेट | 1998 | पुकार | 2000 |
16 दिसंबर | 2002 | अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों | 2004 |
बिग ब्रदर | 2007 | एसिड फैक्ट्री | 2009 |
एंथिरन रोबोट | 2010 | जय हो | 2014 |
बैंग बैंग | 2014 | बेबी | 2015 |
बाइस्कोप वाला | 2018 | मणिकर्णिका द क्वीन ऑफ झांसी | 2019 |
डैनी के अवॉर्ड्स और सम्मान(Danny’s Awards and Honors)
वर्ष 2003 भारत सरकार द्वारा पद्मश्री पुरस्कार
वर्ष 1992 सर्वश्रेष्ठ सहायक कलाकार फिल्म फेयर अवार्ड सनम बेवफा फिल्म के लिए
वर्ष 1993 सर्वश्रेष्ठ सहायक कलाकार फिल्म फेयर अवॉर्ड्स खुदा गवाह फिल्म के लिए